प्रभारी मंत्री मदन सहनी ने वर्चुअल समीक्षात्मक बैठक कर जिले में कोविड नियंत्रण एवं बाढ़ के पूर्व उठाए गए प्रशासनिक कार्यों का लिया जायजा, दिया निर्देश

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प्रभारी मंत्री मदन सहनी ने वर्चुअल समीक्षात्मक बैठक कर जिले में कोविड नियंत्रण एवं बाढ़ के पूर्व उठाए गए प्रशासनिक कार्यों का लिया जायजा, दिया निर्देश

बैठक में सांसद, विधायक, विधान पार्षद, ज़िला परिषद, नगर परिषद,नगर पंचायत के अध्यक्ष भी रहे मौजूद

डीएम के कार्य कलापों की मंत्री सहित सभी प्रतिनिधियों ने की सराहना

ANA/Arvind Verma

खगड़िया। जिले के प्रभारी मंत्री सह सामाजिक कल्याण विभाग बिहार सरकार मदन साहनी की अध्यक्षता में कोविड संक्रमण को नियंत्रित करने की गतिविधियों, बाढ़- सुखाड़ की पूर्व तैयारियों तथा विगत वर्ष बाढ़ में क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मती को लेकर वर्चुअल माध्यम से समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में सांसद खगड़िया सहित सभी विधायक एवं विधान पार्षद के साथ जिला परिषद /नगर परिषद, खगड़िया एवं नगर पंचायत, गोगरी के अध्यक्ष भी शामिल हुए। जिलाधिकारी डॉक्टर आलोक रंजन घोष एवं पुलिस अधीक्षक अमितेश कुमार के साथ जिला प्रशासन एवं प्रखंड प्रशासन के पदाधिकारी गण भी इस दौरान बैठक से जुड़े रहे। जिलाधिकारी ने स्वागत करने के उपरांत प्रभारी मंत्री की अनुमति से समीक्षा के विषयों पर प्रस्तुतीकरण सहित वर्तमान स्थिति से अवगत कराया।प्रभारी मंत्री ने सर्वप्रथम कोविड संक्रमण के दूसरे लहर को नियंत्रित करने हेतु जिला प्रशासन द्वारा उठाए गए कदमों एवं गतिविधियों के संबंध में जानकारी मांगी। जिलाधिकारी ने बताया कि कोविड संक्रमण के सक्रिय मामले घटकर आज की तारीख में मात्र 281 हो गए हैं जो 1 माह पूर्व 2000 से ज्यादा थे। पॉजिटिविटी रेट घटकर 1.3 7 परसेंट हो गई है जो राज्य और सबसे बेहतर है। जिले में संक्रमण से 54 व्यक्तियों की मृत्यु हुई है जिनमें 23 मृतकों के परिजनों को लाभ दिया जा चुका है, शेष का प्रस्ताव विभाग को भेजा गया है। वर्तमान में 65 कंटेनमेंट जोन सक्रिय हैं, जिनमें 265 लोग संक्रमित हैं। सरकार द्वारा लॉकडाउन लगाए जाने से स्थिति में सुधार हुआ है जिले में प्रतिदिन 2100-2200 कोविड टेस्टिंग हो रही है। टेस्टिंग में वृद्धि के साथ पॉजिटिव लोगों की संख्या भी घटती गई है कल टेस्टिंग में मात्र 38 पॉजिटिव मामले सामने आए। मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार ग्रामीण क्षेत्रों में टेस्टिंग पर बल दिया जा रहा है। सभी पॉजिटिव मरीजों को मेडिकल किट भी दिया जा रहा है। कोविड संक्रमित व्यक्तियों के इलाज के लिए जिले में 496 बेड उपलब्ध है जिनमें 100 बेडों पर ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध है। 8 आईसीयू बेड भी है किंतु वेंटिलेटर चलाने हेतु प्रशिक्षित डॉक्टर ना होने की वजह से इसका उपयोग नहीं हो पा रहा है।प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में 34 बेड है सदर अस्पताल में वर्तमान में 10 बेडों पर ऑक्सीजन पाइपलाइन की सुविधा उपलब्ध है। जिले में टेस्टिंग हेतु आवश्यक सामग्री और किट पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। डेडीकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर में 242 मरीज भर्ती थे, जिनमें 140 लोग ठीक होकर जा चुके हैं, 49 लोगों को रेफर किया गया है एवं 37 की मृत्यु हुई है, जिनमें कुछ को कोविड समान लक्षण थे, किंतु वे पॉजिटिव नहीं थे। वर्तमान में यहां 16 लोग भर्ती हैं। रेमदेसीविर के 83 खुराक मरीजों को दिए गए हैं। यहां चिकित्सा हेतु कुल 44 कर्मी तैनात हैं, जिनमें डॉक्टर, पारा मेडिकल स्टाफ एवं वार्ड ब्वॉय शामिल हैं। जिले में 124 छोटा एवं 59 बड़ा ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध हैं, 29 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भी हैं। टेलीकॉलिंग के माध्यम से होम आइसोलेशन में रहने वाले व्यक्तियों से संपर्क भी किया जाता है। जिला नियंत्रण कक्ष भी कार्यरत है। जिला नियंत्रण कक्ष द्वारा अनुरोध पर 128 बार संबंधित व्यक्तियों को एंबुलेंस एवं 37 बार शव वाहन भेजा गया है। वर्तमान में बाढ़ प्रवण क्षेत्र में टेस्टिंग एवं टीकाकरण पर जोड़ दिया जा रहा है। अक्राम्य एवं बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में टीका एक्सप्रेस को भेजकर टीकाकरण कराया जा रहा है। 18 से 44 आयु वर्ग के लोगों के लिए 15 टीकाकरण सत्र स्थल एवं 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों के लिए 34 सत्र स्थल खोले गए हैं।टीकाकरण के संबंध में लोगों में कुछ भ्रांतियां एवं अफवाह है, जिन्हें दूर किया जा रहा है। टीकाकरण को बढ़ाने एवं इसकी नियमित समीक्षा के लिए प्रखंड स्तरीय टास्क फोर्स का गठन किया गया है। जिलाधिकारी द्वारा प्रतिदिन टीकाकरण एवं टेस्टिंग की समीक्षा की जाती है। जीविका दीदियों एवं आंगनवाड़ी सेविकाओं/सहायिकाओं के साथ आशा एवं एएनएम कोहाउसहोल्ड सर्वे कार्य में लगाया गया है, ताकि टीकाकरण हेतु योग्य लोगों की सूची तैयार कर उनका टीकाकरण कराया जा सके। वर्तमान में 42 पंचायतों में एक भी सक्रियमामला दर्ज नहीं है। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में मास्क वितरण का कार्य किया जा रहा है। ये मास्क जीविका दीदियों ने तैयार किया है। विधि व्यवस्था के संधारण का कार्य भी किया जा रहा है एवं लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों वाहनों एवं दुकानों से जुर्माना वसूल किया जा रहा है। सभी अंचलों में सामुदायिक रसोई भी कार्यरत है और जरूरतमंदों को दिन में दो बार भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। सरकार के कार्यक्रमों यथा मनरेगा, औद्योगिक नवप्रवर्तन क्लस्टर योजना इत्यादि का क्रियान्वयन कराया जा रहा है। जिलाधिकारी कुछ चित्र भी प्रभारी मंत्री एवं अन्य माननीयों को दिखाए, जो कोविड संक्रमण नियंत्रित करने हेतु उठाए गए कदमों एवं गतिविधियों से संबंधित था। जिलाधिकारी ने पंचायती राज विभाग से प्राप्त दिशा निर्देश के आलोक में 15वें वित्त आयोग के अनाबद्ध राशि से जिले में सदर अस्पताल, अनुमंडलीय अस्पतालों एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में स्वास्थ संबंधी सुविधाओं के उन्नयन के बारे में जानकारी दी। जिला परिषद को प्राप्त राशि से सदर अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं का उन्नयन एवं सुदृढ़ीकरण किया जाएगा, जबकि पंचायत समिति को प्राप्त राशि का व्यय अन्य स्वास्थ्य केंद्रों के उन्नयन हेतु किया जाएगा। इन स्वास्थ्य केंद्रों में अतिरिक्त बेड के साथ ऑक्सीजन पाइपलाइन भी लगाया जाएगा। ऑक्सीजन प्लांट भी लगाया जाना प्रस्तावित है। जिलाधिकारी ने सभी गणमान्यजनों से अपील की कि वे यह संदेश जनता को दें कि टीका पूरी तरह से सुरक्षित है और यह कोविड की तीसरी लहर से हमें सुरक्षा कवच प्रदान करेगा। संभावित बाढ़-सुखाड़ की पूर्व तैयारियों के विषय में जिलाधिकारी द्वारा प्रभारी मंत्री एवं अन्य माननीयों को अवगत कराया गया कि सभी प्रखंडों में वर्षामापी यंत्र चालू हालत में हैं। संकटग्रस्त समूह यथा धात्री महिलाएं, गर्भवती महिलाएं, वृद्धा इत्यादि की पहचान कर ली गई है और इनके लिए आपातकालीन निष्क्रमण योजना तैयार कर ली गई है।संसाधन मानचित्रण कर लिया गया है। उपलब्ध 82 सरकारी नाव के मरम्मती का निर्देश अंचल अधिकारियों को दिया गया है। इनका भौतिक सत्यापन भी कराया गया है। 200 निजी नावों के साथ इकरारनामा कर लिया गया है। 10 इनफ्लैटेबल बोट उपलब्ध हैं। जिले को 9000-10000 पॉलीथिन शीट की आवश्यकता होती है, जबकि 22,000 पॉलीथिन शीट उपलब्ध हैं। 32 टेंट, 4 महाजाल, 107 प्रशिक्षित गोताखोर भी उपलब्ध हैं। खाद्य सामग्रियों, जेनरेटर, पेट्रोमैक्स इत्यादि के लिए पुनर्निविदा आमंत्रित की गई है। 61 प्रकार की मानव दवाएं एवं 42 प्रकार की पशु दवाई जिले में उपलब्ध हैं। ब्लीचिंग पाउडर और चुना की थोड़ी कमी है, जिसके संबंध में स्वास्थ्य विभाग विभाग को मांग पत्र भेजा जा चुका है।सभी नाव मालिकों को पूर्व वर्ष के भाड़े का भुगतान किया गया है। खोज, बचाव एवं राहत दल का भी गठन किया जा चुका है। संभावित बाढ़ एवं सुखाड़ से निपटने के लिए जिले में पर्याप्त खाद्यान्न एसएससी के गोदामों में उपलब्ध है। एसडीआरएफ की टीम भी जिले में तैनात है एवं पूरी तरह से तैयार है। एसडीआरएफ टीम के सक्रिय रहने से यास चक्रवात के दौरान मदद मिली। पंचायत स्तर पर कम्युनिकेशन प्लान तैयार कर लिया गया है।बाढ़ नियंत्रण प्रमंडलों द्वारा तटबंधों की सुरक्षा हेतु 11 स्थलों पर कार्य किया जा रहा है यथा चांदपुरा, चोढ़ली जमींदारी बांध, लगमा भरपुरा जमींदारी बांध, लगार जमींदारी बांध, तेलिहार जमींदारी बांध इत्यादि। सभी जगह कटाव निरोधी कार्य लगभग पूर्ण है और शेष काम को जल्दी पूर्ण करा लिया जाएगा। जिलाधिकारी ने स्वयं इन तटबंधों का निरीक्षण किया है एवं आवश्यक दिशा निर्देश दिया है।सभी प्रखंडों के लिए नोडल पदाधिकारी को नामित किया जा चुका है आपातकालीन संचालन केंद्र को 24 ×7 सक्रिय कर दिया गया है बाढ़ व सुखाड़ की स्थिति के लिए आकस्मिक फसल का सूत्रण कर कृषि विभाग को सूचित किया जा चुका है। शहरी क्षेत्रों में जलजमाव की समस्या से निपटने के लिए निरीक्षण कर आवश्यक निर्देश कार्यपालक पदाधिकारियों को दिया गया है खगड़िया शहर में नाला उड़ाही का काम पूर्ण कर लिया गया है। खगड़िया शहर में सीवरेज लाइन के लिए बुडको के माध्यम से शहरी विकास एवं आवास विभाग को प्रस्ताव भेजा गया है। उन पंचायतों के जनप्रतिनिधियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सुझाव प्राप्त किए गए हैं, जो बाढ़ प्रभावित होते हैं। जिलाधिकारी ने ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा गत वर्ष बाढ़ में क्षतिग्रस्त 26 सड़कों के मरम्मत के बारे में भी जानकारी दी। यह सड़कें खगड़िया,गोगरी,चौथम परबत्ता एवं अलौली प्रखंड में स्थित हैं। अधिकांश सड़कों की मरम्मती का कार्य पूर्ण कर लिया गया है शेष की मरम्मती बाढ़ के पूर्व कर लेनी है। जिलाधिकारी ने उपस्थित गणमान्यजनों से अनुरोध किया यदि और सड़क बाढ़ से क्षतिग्रस्त हो और इन 26 सड़कों की सूची में शामिल ना हो तो उसे संज्ञान में लाने का कष्ट करेंगे ताकि विभाग को सूचित किया जा सके। साथ ही सड़कों की गुणवत्ता के संबंध में भी जिलाधिकारी को अवगत करा सकते हैं। समीक्षा बैठक में सांसद खगड़िया, चौधरी महबूब अली कैसर, विधायक, अलौली रामवृक्ष सदा, विधायक, खगड़िया छत्रपति यादव, विधायक, बेलदौर पन्नालाल सिंह पटेल, विधायक, परबत्ता डॉक्टर संजीव कुमार, विधान पार्षद रजनीश कुमार,संजीव कुमार, डॉ एन के यादव के साथ अध्यक्षा जिला परिषद खगड़िया श्वेता भारती अध्यक्ष नगर परिषद खगड़िया सीता कुमारी अध्यक्ष नगर पंचायत गोगरी जमालपुर शशि कला देवी भी वर्चुअल रुप से सम्मिलित थे। सांसद एवं विधायकों ने सदर अस्पताल में लगे वेंटिलेटर को अविलंब चालू कराने टीकाकरण अभियान को गति देने, कुछ अन्य तटबंधों पर कटाव निरोधी कार्य कराने, खगड़िया रेलवे स्टेशन रोड की मरम्मत कराने, अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टरों को पुनः तैनात करने, घरदुकानी वाले दुकानों को सील ना करके उनसे जुर्माना वसूलने, खगड़िया बाईपास को जल्दी से बनाने और चालू करने इत्यादि जैसे महत्वपूर्ण सुझाव दिए। प्रभारी मंत्री ने कोविड संक्रमण को काबू में रखने के लिए जिलाधिकारी की प्रशंसा की और उन्हें धन्यवाद दिया। अन्य ने भी जिलाधिकारी द्वारा इस दिशा में किए गए कार्यों की भूरि भूरि प्रशंसा की। सभी ने एकस्वर में कहा कि जिलाधिकारी का कार्य सराहनीय रहा है और वे पूरी उर्जा के साथ कार्य करते हैं।समीक्षा बैठक के समापन के दौरान प्रभारी मंत्री ने निर्देश दिया कि जीआर वितरण से संबंधित आधार अपडेशन एवं सत्यापन का कार्य अविलंब समाप्त किया जाए, जिससे कोई भी प्रभावित व्यक्ति बाढ़ का मुआवजा पानी से न चुके। बाढ़ प्रभावितों हेतु राहत शिविरों में पुरुषों और महिलाओं के लिए अलग-अलग शौचालय की व्यवस्था की जाए। स्वच्छता के साथ कोई समझौता ना किया जाए। सर्पदंश के इलाज की दवा भी सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में उपलब्ध कराया जाए। कोविड संक्रमण से जिन बच्चों के माता-पिता की मृत्यु हुई है, उन्हें सरकार द्वारा निर्धारित राशि प्रतिमाह उपलब्ध कराया जाए, अनाथ बालिकाओं को कस्तूरबा आवासीय विद्यालय में प्राथमिकता के साथ प्रवेश दिलाया जाए। तटबंधों पर कटाव निरोधी कार्य को अविलंब पूर्ण किया जाए एवं विधायकों द्वारा सुझाए गए प्रस्तावों को प्राथमिकता के आधार पर अमल में लाया जाए। अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडर रेमदेसीविर एवं अन्य दवाओं की उपलब्धता बनाए रखनी है, जो मरीजों के इलाज में काम आते हैं। कोविड-19 के संभावित तीसरी लहर से बचने के लिए अभी से तैयारी शुरु कर देनी है।

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