तीन दिनों से चल रही भूख हड़ताली दो छात्रों नन्दन और राजा की हालत बिगड़ी, प्रशासन मूक दर्शक

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तीन दिनों से चल रही भूख हड़ताली दो छात्रों नन्दन और राजा की हालत बिगड़ी, प्रशासन मूक दर्शक

समास्याओं के समाधान हेतु छात्रगण कर रहे हैं भूख हड़ताल

ANA/Arvind Verma

खगड़िया। कोशी कॉलेज छात्र संघ के द्वारा लगातार तीसरे भी छात्रों का अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल जारी है, जिसमें दो अनशनकारी छात्र नेता नंदन कुमार, छात्र नेता राजा कुमार की हालत धीरे-धीरे बिगड़ती जा रही है लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन एवं कॉलेज प्रशासन आंख बंद करके सोई हुई है। जिम्मेदारी से भागने के लिए अभी तक कॉलेज प्रशासन एक दिन में लगातार चार प्रभारी प्राचार्य बदल चुके हैं जो कि कहीं ना कहीं कॉलेज प्रशासन की नाकामी को दर्शाता है लगातार कई छात्र संगठनों के द्वारा इसको लेकर भूख हड़ताल के समर्थन में पुतला दहन एवं कॉलेज बंदी किया जा रहा है। इधर जाप छात्र जिला अध्यक्ष रौशन कुमार राणा एवं अंकित कुमार संयुक्त सचिव छात्र संघ कोशी कॉलेज ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि प्रशासन यह भूल नहीं करे कि हम छात्रों की वजह से ही कॉलेज ,विश्वविद्यालय चलता है छात्र यदि संकट में है तो कॉलेज विश्वविद्यालय भी संकट में रहेगा हमारी सभी जायज मांगों को अविलंब पूरा किया जाए नहीं तो यह आंदोलन रुकने वाला नहीं है। हम मांग करते हैं विश्वविद्यालय प्रशासन, कुलपति या उनका कोई प्रतिनिधि हम लोगों से मुलाकात करें और हमारी मांगों को स्वीकार कर हमारी मांग पूरी करें। छात्र नेता श्यामसुंदर, प्रिंस कुमार, छात्र संघ नेता कुंदन कुमार ,जितेंद्र कुमार ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि जब तक हम लोगों की मांग sc-st छात्रावास , सामान्य छात्रावास ,गर्ल्स छात्रावास ,पी.जी में सभी विषयों कीपढ़ाई ,नियमित कक्षा, समय पर परीक्षा रिजल्ट देने की व्यवस्था शुरू किया जाय , खेल के सामानों की समुचित व्यवस्था की जाए सहित मूलभूत समस्याओं मेडिकल, खेल का साधन ,मैगजीन ,पेपर इत्यादि चीजें की व्यवस्था नहीं होगी तो आंदोलन का रूप उग्र होता जाएगा। तीसरे दिन अनशन स्थल पर पुलिस प्रशासन को लाकर दबाव बनाने का प्रयास किया गया जो ठीक नहीं है। अनशनकारियों को डॉक्टर ने जांच किया उसके उपरांत एक अनशनकारियों को इलाज की जरूरत बताते हुए अस्पताल जाने को कहा गया लेकिन अनशनकारियों ने अस्पताल जाने से मना कर दिया अभी तक कोई सार्थक पहल के साथ कोई काम नहीं होता दिख रहा है। वहीं दूसरी तरफ कोशी महाविद्यालय के छात्र छात्राओं ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा तीन दिन से आज तक कोई भी खगड़िया का एक भी जनप्रतिनिधि एक बार हाल-चाल भी पूछने इन छात्रों के पास नहीं आए। यह दुर्भाग्यपूर्ण है इतने जनप्रतिनिधि होने के बावजूद यदि छात्र अपनी समस्याओं को लेकर भूख हड़ताल कर रहे हैं तो जनप्रतिनिधि का क्या दायित्व बनता है और जनप्रतिनिधि इस पर क्या सोचते हैं यह समझ से परे है। आज अनशनकारियों के समर्थन में कोशी महाविद्यालय को पूर्ण रुप से बंद रखा। उन लोगों की भी मांग है यदि छात्र-छात्राओं के हक और अधिकार की मांग को लेकर छात्र नेता भूख हड़ताल पर बैठे हैं तो उनकी जायज मांगों को निश्चित रूप से मांगनी चाहिए नहीं तो हम लोग एकजुटता के साथ कॉलेज प्रशासन और विश्वविद्यालय प्रशासन का विरोध करते रहेंगे। इस अवसर पर सैकड़ों छात्र-छात्राएं मौजूद थे। चंदन कुमार, सोहन कुमार, मोहन कुमार, सोनू कुमार, आनंद कुमार, अभिजीत कुमार, कुंदन कुमार, पांडव कुमार, सुशील कुमार, सुष्मिता, अस्मिता, नेहा, चांदनी, सोनाक्षी सहित अन्य छात्र छात्राएं भी उपस्थित थे।

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