प्रत्येक आँख अद्वितीय, इसलिए सर्जरी भी अद्वितीय हो – डॉ सुभाष वल्लभ ” विजेता”, नेत्र सर्जन, बिहार नेत्रालय

[responsivevoice_button voice="Hindi Female"]
Listen to this article

प्रत्येक आँख अद्वितीय, इसलिए सर्जरी भी अद्वितीय हो – डॉ सुभाष वल्लभ ” विजेता”, नेत्र सर्जन, बिहार नेत्रालय

ANA/Arvind Verma

मुंगेर। विश्व प्रसिद्ध इनफिनिटी मशीन एवं एक्रोसॉफ लेंसेस के साथ सुसज्जित बिहार नेत्रालय में अत्याधुनिक मशीन ने मोतियाबिंद सर्जरी को नए सिरे से परिमारित किया है तथा प्रत्येक सर्जरी को अनुकूलित उपचार प्रदान किया है। बिहार नेत्रालय के नेत्र सर्जन एवं फिजिशियन डॉ सुभाष वल्लभ ” विजेता ” ने एक विशेष भेंट में मीडिया से कहा प्रत्येक आँख अद्वितीय है, इसलिए इसकी सर्जरी ( मोतियाबिंद) भी अद्वितीय होना चाहिए। मोतियाबिंद सर्जरी आंखों में ऊर्जा उत्सर्जन को कम करता है। आगे उन्होंने कहा मोतियाबिंद सर्जरी के तुरन्त बाद दृष्टि लौट आती है तथा मरीज अपने काम जैसे पढ़ना, टीवी देखना आदि कर सकते हैं एवं अगले दिन से अपने काम पर लौट सकते हैं। बिहार नेत्रालय में दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में पूछने पर डॉ विजेता ने कहा यहां हर तरह के आंख की बीमारियों का ऑपरेशन एवं ईलाज की अत्याधुनिक व्यवस्था है। इसके साथ ही मोतियाबिंद का टांका रहित (Phaco) लेंस का प्रत्यारोपण भी होता है, अबतक हजारों मरीज लाभान्वित हो चुके हैं। डॉ विजेता ने कहा अब ऑपरेशन के लिए बड़े शहरों यथा चेन्नई, दिल्ली, कोलकाता तथा मुम्बई जैसे शहरों में जाने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने यह भी कहा बिहार नेत्रालय में आंखों का टर्शरी लेवल से ट्रीटमेंट किया जाता है। बिहार नेत्रालय में विगत दस वर्षों से सेवाएं दी जा रही है।

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें

विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)

The specified carousel id does not exist.


स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे
Donate Now
               
हमारे  नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम अलर्ट , और सभी खबरें डाउनलोड करें
डाउनलोड करें

जवाब जरूर दे 

How Is My Site?

View Results

Loading ... Loading ...


Related Articles

Back to top button
Close
Website Design By Bootalpha.com +91 84482 65129