अंग्रेजी नववर्ष मंगलमय हो। पर रामावतार राही की व्यंग्य कविता

सुनो बेटा 2023 श्री !       - रामावतार राही

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अंग्रेजी नववर्ष मंगलमय हो। पर रामावतार राही कि व्यंग्य कविता

सुनो बेटा 2023 श्री !
   -रामावतार राही 

बुढ़ा साल 2022
बीमार होकर मृत्यु शय्या पर
पड़ा है।
बगल में उसका एकलौता बेटा 2023 मुंह पर 12 बजाये
खड़ा है ।
बुढ़े ने कहराते हुए अपना
अधर खोला।
टुटे फूटे स्वर में बोला।

सुनो बेटा 2023 श्री!
मत लाओ चेहरे पर उदासी।
मेरे बाद
तुम ही मेरी गद्दी पर बैठना।
आदमी से ज्यादा
कम्प्यूटर पर विश्वास करना।
पूर्वजों की छोड़ी गई सारी
सम्पत्तियों को सहेजना।

सम्पत्तियों की सूची है इसप्रकार—-
हत्याकांड/बलात्कार।
भ्रष्टाचार/काला बाजार।
इन तमाम सम्पत्तियों को,
अपनी बपौती मानकर ।
घटाकर नहीं और बढ़ाकर।
अपने बाद मेरे पोते
2024 के हाथ सौंप देना।
ना नहीं करना।
ताकि कुल की
मर्यादा बरकरार रहे।

* संस्थापक
बगुला मंच भागलपुर
मो०9973195414

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