पत्रकार चाहे तो सरकार गिरा सकता है, उठा भी सकता और बना सकता है : दिलशाद खान

पत्रकार एक जाति, एक धर्म,एक रास्ता, एक परिवार

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पत्रकार चाहे तो सरकार गिरा सकता है, उठा भी सकता और बना सकता है : दिलशाद खान

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ANA/Shravan Prasad

मुंबई। दै. मुंबई हलचल संपादक व एबीपीएसएस के राष्‍ट्रीय उपाध्यक्ष दिलशाद एस. खान द्वारा महाराष्ट्र में पत्रकार सुरक्षा कानून लागू कराने के सामूहिक संकल्प के साथ सोमवार को देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के अंधेरी पश्चिम लोखंडवाला कॉम्प्लेक्स के फ्लेग बेंक्वेट हॉल के सभागार में अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति का एक दिवसीय अधिवेशन सह राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक सम्पन्न हुआ। सामूहिक राष्ट्रगान के पश्चात आगत अतिथियों द्वारा विधिवत दीप प्रज्वजीत कर अधिवेशन का आगाज किया गया। समारोह को सम्बोधित करते हुए एबीपीएसएस के राष्‍ट्रीय उपाध्यक्ष दिलशाद एस. खान ने देश के पत्रकारों के वर्तमान हालात की चर्चा करते हुए कहा कि पिछले पांच वर्षों में देश के पत्रकारों की हत्या तथा उनपर जानलेवा हमले की घटनाओं में इजाफा हुआ है। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता का स्वतंत्र अस्तित्व स्थापित किये बगैर लोकतंत्र को मजबूत नही किया जा सकता। उन्होंने केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार से प्रिन्ट इलेक्ट्रॉनिक व वेब पोर्टल से जुड़े देश के पत्रकारों की आर्थिक सामाजिक एवम शारीरिक सुरक्षा की गारंटी के लिए राष्ट्रहित में तत्काल कानून बनाने की मांग की। एबीपीएसएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष जिग्नेश कालावड़िया व राष्‍ट्रीय उपाध्यक्ष दिलशाद एस. खान ने सभी पत्रकारों को आश्वासन दिया कि हमारी संस्था सिर्फ और सिर्फ पत्रकारों की हक के लिए ही काम करेगी, कभी भी कोई राजनीतिक पार्टी के साथ हमारी संस्था शामिल नहीं होगी न ही कभी किसी दबाव में आयेगी। हमारी संस्था का सिर्फ एक ही मकसद है सिर्फ पत्रकारों की हक के लिए लड़ना और उनको सुरक्षा मुहैया करवाना। एबीपीएसएस राष्‍ट्रीय उपाध्यक्ष दिलशाद एस. खान ने राजनीतिक पार्टियों के साथ सरकारी विभागों को खुली चुनौती दी है कि आप सभी अब सावधान हो जाये, अगर अब देश के किसी भी पत्रकारों को फर्जी केस में फंसाया गया तो हमारी संस्था आवाज उठायेगी हम चुप नहीं बैठेंगे। साथ ही दिलशाद एस. खान ने कहा कि आज हमारे देश के नागरिकों को हिंदु और मुस्लिम की राजनीति करके बांटा जा रहा है, इसके लिए हम सभी पत्रकारों को एक साथ आना होगा और संविधान को बचाना होगा। एबीपीएसएस राष्‍ट्रीय उपाध्यक्ष दिलशाद एस. खान ने बताया की आने वाले 2 अक्टूबर 2023 गुजरात के पोरबंदर से अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति भारत की तरफ से पत्रकार न्याय सुरक्षा यात्रा देश के 15 राज्यों से होकर निकलेगी और दिल्ली के जंतर मंतर मैदान में जाएगी और भारत सरकार से पत्रकारों की सुरक्षा के लिए मांग कि जाएगी। इस यात्रा में देश के हर राज्य से लगभग 10 हजार पत्रकार शामिल होंगे। दिलशाद एस. खान ने सभी पत्रकारों से अपील की है कि आप सभी जल्द से जल्द हमारी संस्था में सदस्य के रूप में जुड़कर इसे और मजबूत बनायें, ताकी हम पत्रकारों की हक की लड़ाई लड़ने में और मजबूत हो सकें। ये संस्था हमारी नहीं है ये संस्था आप सबकी है, ये संस्था एक परिवार है, तो आइये हम सब मिलकर अपने परिवार को मजबूत बनायें, ताकी आने वाले समय में ये संस्था पत्रकारों के लिए पूरे हिंदुस्तान की ताकत बन सके। विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद सांसद गोपाल शेट्टी, पूर्व राज्यमंत्री महादेव जानकर, विधायक सुनील प्रभु, पूर्व विधायक अतुल भात खलकर, मीरा-भायंदर नगर निगम आयुक्त दिलीप ढोले, अपर आयुक्त सुजाता दिलीप ढोले, हाजी अली – माहिम दरगार के ट्रस्टी व महाराष्ट्र एबीपीएसएस के प्रदेश संरक्षक सोहेल खंडवानी, पूर्व मनपा आयुक्त संगीता धायगुडे, राष्ट्रीय कार्यकारिणी अध्यक्ष प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर भारत रामकुमार पाल, कार्यकारी संपादक हमारा महानगर आदित्य दुबे, निवासी संपादक दोपहर का सामना अनिल तिवारी, एनसीपी जिलाध्यक्ष मा. नगरसेवक अजित रावराणे, नारी सम्मान संगठन अध्यक्ष सुंदरी ठाकुर, भारतीय जनहित सेवा समिति अध्यक्ष उज्ज्वला विश्वकर्मा, बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओ चेरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष अजय दुबे, धड़क कामगार युनियन संस्थापक व अध्यक्ष अभिजीत राणे तथा तारा मां चैरिटेबल ट्रस्ट अध्यक्ष धर्मेश जोशी ने पत्रकारों की मांगों का पुरजोर समर्थन करते हुए संसद तथा विधानसभाओं से पत्रकार सुरक्षा कानून लागू कराने में संसद से सड़क तक समर्थन का आश्वासन दिया। शिवसेना के विधायक सुनील प्रभु ने पत्रकार सुरक्षा कानून के प्रस्ताव को अगले विधानसभा सत्र में पुरजोर तरीके से उठाने की घोषणा की। एबीपीएसएस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राकेश प्रताप सिंह परिहार तथा छतीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद शर्मा ने छतीसगढ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा अगले बजट सत्र में प्रदेश में पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की घोषणा का स्वागत करते हुए इसे एबीपीएसएस के अनवरत संघर्ष का प्रतिफल बताया। बिहार एबीपीएसएस के प्रदेश संयोजक मनोज कुमार सिंह ने अपने सम्बोधन में केन्द्र सरकार से पत्रकारिता का मापदण्ड निर्धारित करने के अलावा पत्रकारों से संविधान प्रदत अपने अधिकारों की मांग करने एवम ईमानदारी पूर्वक राष्ट्रहित में अपने दायित्व के निर्वहन की अपील की। महाराष्ट्र एबीपीएसएस के प्रदेश संरक्षक सोहेल खंडवानी, एबीपीएसएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष जिग्नेश कालावड़िया, तथा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलशाद अहमद खान ने आगत अतिथियों को अंगवस्त्र व मोमेंटो आदि प्रदान कर सम्मानित किया। अधिवेशन को एबीपीएसएस राष्ट्रीय महासचिव अब्दुल महफूज खान, अजमेर दरगाह कमेटी के जावेद पारेख, अविनाश भाऊ, सर्वेश तिवारी, आशा यादव, जीतू भाई, अजय सिंह परमार, सम्राट बोध, अमन कुमार, संजय गोयल, सुजल मिश्रा, बाबूलाल चौधरी, मकसूद आलम, तथा संतोष तिवारी आदि ने भी सम्बोधित किया। संचालन महफूज खान तथा धन्यवाद ज्ञापन मनोज कुमार सिंह ने किया। इस अवसर पर एबीपीएसएस छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष गोविन्द शर्मा, महासचिव उत्पल सेन गुप्ता, प्रदेश सचिव अमित संतवानी, शैलेष जायसवाल, सलीम पटेल एनसीपी, सलामत अली, शीला शर्मा, शाहबाज दिलशाद खान, समद खान, आसिफ कुरैशी, अक्षत भाटिया के साथ साथ मुंबई शहर के कई नामी गिरामी सख्सियात समाजिक संगठनो के साथ काफी संख्या में पत्रकार मौजूद रहे।

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