मां का आंचल अपने संतान के लिए कभी छोटा नहीं – पुष्पा कुमारी, डायरेक्टर

मदर्स डे पर बच्चों की मां ने खेला गेम, बच्चों ने मां के सम्मान में किया डांस

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मां का आंचल अपने संतान के लिए कभी छोटा नहीं – पुष्पा कुमारी, डायरेक्टर

मदर्स डे पर बच्चों की मां ने खेला गेम, बच्चों ने मां के सम्मान में किया डांस

ANA/Indu Prabha

खगड़िया। किडजी प्री स्कूल में मदर्स डे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। मदर्स डे में बच्चों ने मां को फूल देकर उनकी सराहना की। बच्चों ने मां को टीके लगाए उनके उपर पुष्प वर्षा की तथा पैर छूकर उनसे आशीर्वाद लिए। किडजी प्रीस्कूल जयप्रकाश नगर खगड़िया को मदर्स डे के उपलक्ष में अच्छी तरह से सजाया गया था। मां के लिए नए गेम करवाया गया। जिसमें प्रमुख था की मां की आंखों पर पट्टी बांधकर अपने बच्चे को पहचानना होता है। इस गेम का किडजी प्रीस्कूल की माताओं ने आनंद लिया। माताओं के लिए म्यूजिकल चेयर गेम का भी आयोजन किया गया था बच्चों ने अपनी मां के सम्मान के लिए उनके समक्ष डांस भी प्रस्तुत किए। इस अवसर पर किडजी प्रीस्कूल जयप्रकाश नगर की माताओं ने किडजी प्रीस्कूल जयप्रकाश नगर की डायरेक्टर पुष्पा कुमारी के साथ मिलकर केक भी काटे और एक दूसरे को केक खिलाकर के हैप्पी मदर्स डे बोल एक दूसरे के मनोबल को बढ़ाने का काम किये। मदर्स डे के कार्यक्रम में उपस्थित किडजी प्रीस्कूल जयप्रकाश नगर की डायरेक्टर पुष्पा कुमारी ने कहा कि मातृत्व दिवस माता को सम्मान देने के लिए मनाया जाता है एक मां का आंचल अपनी संतान के लिए कभी छोटा नहीं पड़ता है मां का प्रेम अपनी संतान के लिए इतना और इतना गहरा और अटूट होता है कि मां अपना सर्वस्व अपने बच्चों के लिए न्योछावर कर देती है। एक मां एक ही अपने बच्चे का सबसे अच्छी दोस्त होती है क्योंकि वह हर एक चीज का ध्यान रखती है जिसकी उसे जरूरत होती है। इसलिए उन्हें धन्यवाद और आदर देने के लिए वर्ष का एक दिन उन्हें समर्पित किया गया है।जिसे हर साल हम सभी मदर्स डे के रूप में मनाते हैं।हम लोग बिना अपनी मां के प्यार और देखभाल को कभी भुला नहीं सकते हैं। एक मां ही बच्चे की पहली शिक्षक होती है और सबसे अच्छी दोस्त भी होती है। किडजी जयप्रकाश नगर की सेंटर हेड श्वेता शर्मा ने कहा कि एक मां कई रूपों में अपने बच्चों के जीवन को संभालती है बच्चे के खुशी में ही मां की खुशी और बच्चे के दुख में ही उसका दुख शामिल होता है प्रत्येक बच्चे का यह कर्तव्य है कि वह अपनी मां का सम्मान करें। कार्यक्रम को व्यवस्थित करने में स्कूल की टीचर आलिया तबस्सुम तथा स्नेहा कुमारी का भी योगदान रहा इस अवसर पर उपस्थित गणमान्य लोगों ने कार्यक्रम की सराहना की।

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