राज्य स्तरीय ई वी टी एच एस कार्यशाला सह उन्मुखीकरण (दो दिवसीय) में जुटे विभिन्न ज़िले के स्वास्थ्य अधिकारी

अब, गांव कस्बों में होगी एच आई बी, टी बी, हेपेटाइटिस बी/सी तथा सिफलिस की जांच

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राज्य स्तरीय ई वी टी एच एस कार्यशाला सह उन्मुखीकरण में जुटे विभिन्न ज़िले के स्वास्थ्य अधिकारी

अब, गांव कस्बों में होगी एच आई बी, टी बी, हेपेटाइटिस बी/सी तथा सिफलिस की जांच

पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 12 मई को होने वाला कार्यशाला स्थगित कर 13 मई को हुआ

ANA/Arvind Verma

पटना। बिहार राज्य के ज़िला स्वास्थ्य अधिकारियों का दो दिवसीय राज्य स्तरीय ओरिएंटेशन वर्कशॉप का आयोजन स्थानीय होटल रेड वेलवेट समर्पण के सभागार में किया गया। कार्यशाला का आयोजन BSACS पटना, प्लान इंडिया, HLFPPT, एन एच एम, नाको, स्वास्थ्य विभाग पटना के सयुंक्त तत्वावधान में किया गया। कार्यशाला का उद्घाटन दीप प्रज्वलित कर अपर परियोजना निदेशक, बी एस ए सी एस, पटना के डॉ एन के गुप्ता, स्टेट प्रोग्राम ऑफिसर, एन टी ई पी, पटना के डॉक्टर बी के मिश्रा, डी डी सी एस टी, बी एस ए सी एस, पटना के डॉ अरविन्द कुमार, असिस्टेंट डायरेक्टर आई सी टी सी, पटना के मिथलेश पांडेय, डॉ आभा, तथा एच एल एफ पी पी टी के अविनाश खन्ना ने संयुक्त रूप से किया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य गांव कस्बे जैसे छोटे से छोटे लेवल पर एचआईवी जांच, टीबी जांच, हेपेटाइटिस बी एवं सी तथा सिफलिस जांच किया जाना है। इन सभी जांचों के लिए होने वाले मेडिकल जांच किट, उपकरण जैसे कई अन्य सामग्री की जिम्मेदारी इस बार नए सिरे से जिले के डीपीएम को दी गयी है जबकि क्षेत्र चिन्हित करने की जिम्मेदारी जिले के सीडीओ को दी गयी है। वहीं EVTHS प्रोग्राम को सफल करने के लिए जिले के टीबी विभाग, आईसीटीसी, पीपीटीसीटी, एसटीडी विभाग के कर्मियों का सहायता लिया जाएगा। जबकि एचआईवी जांच में पॉजिटिव होने पर इलाज व दवा की जिम्मेदारी ए आर टी केंद्र के कर्मचारियों को दी गई है। सत-प्रतिशत ए आर टी लिंकेज एवं इलाज के लिए HLFPPT के कर्मियों की मदद ली जानी है।इसके अलावे ए एन सी जांच में भी तेजी लाने को कहा गया है ताकि प्रथम ट्राइमेस्टर में ही संक्रमित गर्भवती महिला की पहचान हो सके ताकि समय से पहले होने वाले शिशू को एच आई वी संक्रमण एवं सिफलिस संक्रमण से बचाया जा सकें। जैसे विभिन्न जिले के डीपीएम, सीडीओ, आरपीएम, एसीएमओ, एम एंड ई ऑफिसर, एआरटी परामर्शी आदि लोग उपस्थित थे। कार्यशाला में उपस्थित स्वास्थ्य अधिकारियों को संबोधित करते हुए आई सी टी सी, बी एस ए सी एस पटना के एडिशनल डायरेक्टर मिथलेश पांडेय ने कहा जानलेवा बीमारियों से बचने के उपाय की जानकारी गांवों और कस्बों में देना निहायत जरुरी हो गया है। समाज को स्वस्थ बनाने के लिए हमें तकनीकी ज्ञान और प्रशिक्षण समय समय पर लेते रहना चाहिए। बचाव हेतु हो रहे नए नए अनुसंधान के बारे भी अपडेट बने रहें। कार्यशाला में अररिया, अरवल, बांका, जमुई, जहानाबाद, कैमूर, किशनगंज, कटिहार, खगड़िया, लखीसराय, मधेपुरा,मुंगेर, नवादा, पूर्णिया , सहरसा, शेखपुरा, शिवहर, सुपौल तथा पश्चिमी चंपारण के स्वास्थ्य अधिकारियों ने भाग लिया। सनद रहे पूर्व में घोषित कार्यक्रम के अनुसार 11 एवं 12 जिसमें 12 मई 2023 को होने वाला कार्यशाला स्थगित किया गया था जो 13 मई 2023 को सम्पन्न हुआ। उपस्थित अधिकारियों में प्रमुख थे डीडी सी एस टी, बी एस ए सी एस, पटना के डॉ अरविन्द कुमार, सदर अस्पताल खगड़िया के ए आर टी परामर्शी अभिलाष, के एम सी एच, कटिहार की प्रवीण कुमार तथा सदर अस्पताल, मुंगेर के अमृता सिंह, सुपौल के प्रेम कुमार आदि।

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