बचपन के बच्चों ने मनाया मदर्स डे, अपनी अपनी मां को किया ग्रीटिंग्स भेंट

मां की कुर्बानियों को न भूलें बच्चे - पुष्पा कुमारी, प्रबंध निदेशक

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बचपन के बच्चों ने मनाया मदर्स डे, अपनी अपनी मां को किया ग्रीटिंग्स भेंट

मां की कुर्बानियों को न भूलें बच्चे – पुष्पा कुमारी, प्रबंध निदेशक

ANA/Indu Prabha

खगड़िया। मां का अस्तित्व हम सबके जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। क्योंकि जन्म से लेकर जीवन के अधिकांश समय तक छोटी से लेकर बड़ी सभी समस्याओं का समाधान लेने के लिए बच्चा मां का मार्गदर्शन पाता है।यही वजह है कि मां को विशेष दर्जा दिया गया है।मां के महत्व को समझने और मां को आदर देने के लिए वर्ष में एक दिन ऐसा आता है,जिसे हम मदर्स डे के रूप में जानते हैं, और मनाते हैं।भारतीय समाज में सबसे महत्वपूर्ण संबंध मां का माना जाता है हमारे वेद ग्रंथों में मां को जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी माना गया है। इसी मूल भावना को ध्यान में रखकर बचपन प्ले स्कूल खगड़िया में मदर्स डे मनाया गया। बच्चों ने मां के लिए ग्रीटिंग कार्ड बनाए और उनको गुलाब का फूल देकर के उनसे आशीर्वाद लिए। छोटे बच्चों ने सुंदर ग्रीटिंग बनाकर मां को भेंट किया सुंदर ग्रीटिंग्स में मां के प्रति सम्मान शब्द बच्चों की मां के प्रति गहरे भावों को दर्शा रहे थे। हमारी परंपराओं में स्वर्ग सुख को मां के सानिध्य एवं प्रेम के आगे छोटा माना गया है। बचपन द्वारा आयोजित मदर्स डे पर बच्चों ने इस भावना को समझा । कार्यक्रम को इस तरह बनाया गया ताकि बच्चों की मां को भी स्कूल आकर उनको अपने बचपन की याद आए।इसी क्रम में फैंसी क्रिकेट मैच का आयोजन किया गया, जिसका बचपन की माताओं ने जमकर लुफ्त उठाया। उन्हें यह प्रोग्राम बहुत अच्छा लगा। इस अवसर पर बोलते हुए बचपन प्ले स्कूल की प्रबंध निदेशक पुष्पा कुमारी ने कहा कि मां की पूरी दुनिया अपने बच्चे के इर्द-गिर्द घूमती रहती है।वैसे तो वह हर समय अपने बच्चे के ऊपर स्नेह लुटाती रहती है ।लेकिन बच्चे के द्वारा गलती किए जाने पर वह डांट लगाने से नहीं चूकती है।बच्चों को चाहिए कि वह अपनी मां की कुर्बानियों को कभी ना भूले।मां को हमेशा प्यार और स्नेह दे।हमें जीवन में कुछ भी ऐसा नहीं करना चाहिए जिससे उनके मन में किसी प्रकार ठेस पहुंचे। मां के कर्ज़ जिनको हम कभी नहीं चुका सकते।लेकिन छोटे-छोटे प्रयासों से उनको कुछ समय के लिए ही सही हम खुश जरूर रख सकते हैं। बचपन प्ले स्कूल के डायरेक्टर प्रद्युम्न कुमार ने कहा कि वास्तव में इस आयोजन के माध्यम से मां और बच्चों के बीच मजबूत रिश्तों की पवित्रता बनाए रखने की कोशिश की गई है।यदि यह बोध बच्चों के जीवन में जीवन भर बना रहे तो निश्चित रूप से आधुनिक युग की बहुत सी समस्याओं को खत्म करने में मदद मिलेगी। मां अपने बच्चों के लिए एक सुरक्षा कवच की तरह होती है। इस कार्यक्रम को सजाने संवारने में स्कूल की टीचर ममता कुमारी, आकृति कुमारी, केसर कुमारी, मुस्कान कुमारी का योगदान रहा। इंजीनियर सुंदरम कुमार की देखरेख में कार्यक्रम अच्छे ढंग से संपन्न हुआ उपस्थित गणमान्य लोगों की उपस्थिति हौसला अफजाई के लिए काफी था।

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