बाढ़ पूर्व तैयारियों की समीक्षा बैठक में डी.एम अमित पाण्डेय ने अधिकारियों को दिया निर्देश

पर्याप्त मात्रा में दवाइयों का रहे भंडार - अमित पाण्डेय, डीएम

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बाढ़ पूर्व तैयारियों की समीक्षा बैठक में डी.एम अमित पाण्डेय ने अधिकारियों को दिया निर्देश

पर्याप्त मात्रा में दवाइयों का रहे भंडार – अमित पाण्डेय, डीएम

ANA/Arvind Verma

खगड़िया। जिलाधिकारी अमित कुमार पांडेय की अध्यक्षता में बाढ़ पूर्व तैयारियों की समीक्षा बैठक समाहरणालय सभागार में संपन्न हुई। जिलाधिकारी ने महत्त्वपूर्ण दिशा निर्देश संबंधित विभागीय पदाधिकारियों को दिया एवं आपदा का सामना करने हेतु तैयारी पूरी करने का निर्देश दिया। उन्होंने अंचल अधिकारियों से अनुमंडलवार बाढ़ 2023 के तैयारियों की समीक्षा की एवं उनसे विभिन्न चरणों में राहत आपदा कार्य के संचालन के संबंध में जानकारी प्राप्त की।जिलाधिकारी ने अंचल अधिकारियों से बाढ़ से पूर्णतः एवं अंशतः प्रभावित पंचायतों एवं वार्डों की संख्या, बाढ़ के दौरान मार्ग-अवरुद्ध गांवों एवं टोंलों की संख्या, तटबंधों एवं जमींदारी बांधों की स्थिति, कटाव की स्थिति, संवेदनशील स्थल, बाढ़ के दौरान प्रयुक्त होने वाले विभिन्न आकार के नावों की संख्या, मुखिया एवं अन्य जनप्रतिनिधियों से बाढ़ पूर्व तैयारी बैठक, मानक संचालन प्रक्रिया से जनप्रतिनिधियों को अवगत कराने, बाढ़ के सर्वाधिक असर के क्षेत्र, विभिन्न चरणों में बाढ़ राहत कार्य के दौरान राहत सामग्री का वितरण आदि बिंदुओं पर जानकारी प्राप्त करते हुए यथोचित निर्देश दिए।‌ उन्होंने सिविल सर्जन एवं जिला पशुपालन पदाधिकारी को आवश्यक दवाओं की व्यवस्था के साथ बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में मेडिकल कैंप लगाने एवं मेडिकल टीम के गठन के संबंध में भी तैयारी रखने का निर्देश दिया गया। विशेष रूप से हैलोजन टेबलेट, ब्लीचिंग पाउडर, सर्पदंश की दवा, क्लोरीन टेबलेट, ओआरएस घोल के पैकेट, एंटीबायोटिक दवाएं, एंटीफंगल दवाएं इत्यादि पर्याप्त मात्रा में भंडार में रखने का निर्देश दिया। पशुचारा की भी उपलब्धता रखने एवं चारा वितरण स्थल पर ही पशुचारा का वितरण अपर समाहर्ता की अनुमति से करने का निर्देश जिला पशुपालन पदाधिकारी को दिया गया। बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल 1 और 2 को सभी तटबंधों के रखरखाव हेतु अक्टूबर तक पूर्ण रूप से तैयार रहनेका निर्देश दिया गया। संवेदनशील स्थानों पर निरोधात्मक सामग्री का भंडारण पूर्व सही करने का निर्देश दिया गया। गत वर्ष तटबंध ऊपर हुए रेन कट की भी मरम्मति करने का निर्देश दिया गया। अनुमंडल पदाधिकारियों एवं अंचलाधिकारियों को तटबंधों का निरीक्षण करने का भी निर्देश दिया गया। तटबंधों पर कटाव की सूचना के संबंध में प्रत्येक 1 किलोमीटर की दूरी पर स्थानीय ग्रामीणों एवं युवकों को नियुक्त करने का भी निर्देश दिया गया। जिलाधिकारी ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया कि गांधीनगर में कटाव से प्रभावित होने वाले विद्यालय को बंद कर अन्यत्र चलाया जाए। कार्यपालक अभियंता, ग्रामीण कार्य विभाग तथा पथ निर्माण विभाग को गत वर्ष बाढ़ में क्षतिग्रस्त सड़कों का निरीक्षण कर उनकी मरम्मति का कार्य निर्धारित समय पर कराने का निर्देश दिया गया। विधायक और सांसद की अनुशंसा का भी ध्यान वे रखेंगे। कृषि विभाग को बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों के लिए आकस्मिक फसल योजना के सूत्र एवं वैकल्पिक फसल योजना तैयार रखने का निर्देश दिया गया। कार्यपालक अभियंता, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण संगठन को बाढ़ से प्रभावित होने वाले संभावित क्षेत्रों में चापाकल एवं शौचालय की व्यवस्था करने हेतु आवश्यक तैयारी पूरी करने का निर्देश दिया गया। जिलाधिकारी ले अंचल अधिकारियों को निर्देश दिया कि बाढ़ प्रभावित पंचायतों के मुखिया एवं जनप्रतिनिधियों के साथ पुनः बैठक कर विभागीय निर्देश के संबंध में अवगत करा दिया जाए। उन्होंने मानक संचालन प्रक्रिया के अनुसार बाढ़ आने पर विभिन्न चरणों में राहत कार्य के संचालन एवं राहत सामग्री के वितरण का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने आपदा सम्पूर्ति पोर्टल के माध्यम से जी आर राशि के वितरण का निर्देश देते हुए कहा कि इसके लिए वार्ड समिति से अनुमोदन लेना होगा। जिलाधिकारी ने सुखा राशन एवं फूड पैकेट में वितरित होने वाले सामग्रियों के गुणवत्ता को सुनिश्चित करने का निर्देश देते हुए कहा कि स्थानीय जनप्रतिनिधि के साथ अंचलाधिकारी भी वितरण के पूर्व इनके गुणवत्ता की जांच कर लेंगे। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि राहत कार्य के संचालन एवं राहत सामग्री के वितरण के दौरान फरवरी का शिकार नहीं होना है और अच्छे से आंकलन कर लेना है और इसके लिए अंचलाधिकारी स्वयं भ्रमण कर सुनिश्चित होंगे कि किन क्षेत्रों में राहत कार्यों के संचालन की जरूरत है।जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि बाढ़ राहत कार्यों के दौरान पूर्व में समस्या खड़ी करने वाले लोगों को चिन्हित करते हुए उन्हें जिला बदर करने की कार्रवाई की जाएगी। इससे बाढ़ राहत कार्यों के संचालन में विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न नहीं होगी। उन्होंने सीसीए के लिए अनुमंडल पदाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी को प्रस्ताव देने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने अलौली एवं खगड़िया के बाढ़ प्रभावित पंचायतों के लिए बड़े नाव पर बोट एंबुलेंस एवं शेष अंचलों में छोटे बोट एंबुलेंस बाढ़ प्रभावित लोगों की सुविधा के लिए चलाने का निर्देश दिया। इसके लिए आपदा प्रबंधन विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग मिलकर कार्रवाई करेंगे। जिलाधिकारी ने बाढ़ राहत कार्य के दौरान सामग्री की आपूर्ति करने वाले वेंडरों को निर्देश दिया कि अंचलाधिकारी की अधियाचना पर आपदा शाखा से कार्य-आदेश वेंडर को प्रेषित किया जाएगा। इसके लिए अपर समाहर्ता को एक कोषांग गठित करने का निर्देश दिया गया। आपदा शाखा से कार्य-आदेश वेंडरों को भेजने पर दस्तावेजीकरण की प्रक्रिया में पारदर्शिता आएगी एवं अनावश्यक विलम से बचा जा सकेगा। एवं बाद में भुगतान करने में सुविधा होगी। उन्होंने वेंडरों को निर्देश दिया कि कोई भी सामग्री खराब गुणवत्ता की एवं एक्सपायरी डेट पार नहीं होनी चाहिए। वेंडरों को समय पर भुगतान करने का आश्वासन भी दिया गया। जिलाधिकारी ने अनुमंडल पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के डीलरों को प्राथमिकता के आधार पर राशन उपलब्ध कराया जाए और उन क्षेत्रों में प्रभावित लोगों के बीच त्वरित गति से राशन का वितरण किया जाए। इसकी मॉनिटरिंग अनुमंडल पदाधिकारी स्वयं करेंगे। जिला प्रबंधक, राज्य खाद्य निगम समय पर प्रभावित क्षेत्रों में डीलरों को राशन उपलब्ध कराने के लिए जिम्मेदार होंगे।जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि अंचलाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी से तालमेल करके बाढ़ राहत कार्य में प्रखंड स्तरीय कर्मियों को प्रतिनियुक्त कर सकते हैं। बाढ़ राहत कार्यों के दौरान प्रशासन की पहली प्राथमिकता प्रभावित लोगों को तत्काल राहत पहुंचाने की होगी। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस अवसर पर अपर समाहर्ता मोहम्मद राशिद आलम, उप विकास आयुक्त संतोष कुमार, प्रभारी जिला पंचायती राज पदाधिकारी तेज नारायण राय, अनुमंडल पदाधिकारी, खगड़िया अमित अनुराग, अनुमंडल पदाधिकारी, गोगरी अमन कुमार सुमन, भूमि सुधार उप समाहर्ता, खगड़िया जनक कुमार, भूमि सुधार उप समाहर्ता, गोगरी सुश्री निधि कुमारी, तकनीकी विभागों के पदाधिकारी, जिला समादेष्टा होमगार्ड अनुज कुमार, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी आनंद प्रकाश, डीपीओ आईसीडीएस सुनीता कुमारी, वरीय उप समाहर्ता नवाजिश अख्तर, आपदा सलाहकार प्रदीप कुमार, एसडीआरएफ इंस्पेक्टर, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी एवं बाल विकास परियोजना पदाधिकारी भी उपस्थित थे।

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