आध्यात्म की आदतें, आपको ऊपर की तरफ़ ले जायेगा – महा मंडलेश्वर आचार्य भास्करानंद

शिव महापुराण कथा संग भजन की प्रस्तुति से साध्वी कृष्णानंद जी महाराज ने अंतः दिल को छू लिया

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आध्यात्म की आदतें, आपको ऊपर की तरफ़ ले जायेगा – महा मंडलेश्वर आचार्य भास्करानंद

शिव महापुराण कथा संग भजन की प्रस्तुति से साध्वी कृष्णानंद जी महाराज ने अंतः दिल को छू लिया

झांकियों का आकर्षण वृन्दावन के परशुराम शर्मा ने बढ़ाई

ANA/Indu Prabha 

खगड़िया ( बिहार)। ज़िला मुख्यालय के विश्वनाथगंज में राम दुलारी कथा भवन के निकटस्थ मैदान में बने विशाल पंडाल में हजारों हज़ार श्रद्धालुओं के बीच महामंडलेश्वर आचार्य भास्करानंद जी महाराज ने शिव पुराण कथा के दौरान अपने प्रवचन में कहा भगवान शंकर का जो चिंतन करता है, उसका सदा मंगलमय है। तैंतीस कोटि देव हैं पर महादेव देवों के देव हैं। प्रत्येक देव सोने, चांदी और जवाहरात का आभूषण स्वीकार करते हैं पर मेरे महादेव सर्पों की माला को ही स्वीकार कर गले लगा लेते हैं। जिन भूतों से बचने के लिए लोग क्या क्या नहीं करते लेकिन मेरे महादेव भूतों के संग खेलते हैं। जो आत्म तत्व को प्रकाशित करने वाले हैं वो हैं महादेव। भगवान शंकर के पांच मुख हैं। नेपाल के पशुपतिनाथ में भगवान शंकर की प्रतिमा स्थापित है। पांच प्रकार विश्वासघात करना, सोने की चोरी, आग लगा देना, मदिरा पान करना महापाप को भी महादेव समाप्त कर देते हैं। आप सिर्फ कठपुतली हो। नचाने वाले महादेव ही हैं। जो पूरे दुनिया को चला रहे हैं उनको कितना टेंशन होगा, आपको मात्र पांच लोगों के लिए टेंशन है। अपने सिर पर बोझ कभी मत लेना। सारा बोझ महादेव लेने को तैयार हैं। कर्तव्य तो पूरा करना ही है। भगवान शंकर से सीखो कैसे रहा जाता है ? जीवन में कभी भी टेंशन मत लो। ये जिंदगी लीज पर मिली है , कुछ वर्षों के लिए मिली है , रजिस्ट्री नहीं हुआ है। यहां प्रत्येक व्यक्ति अपूर्ण है। जब भी मौका लगे भगवान की कथा अवश्य सुनना।अध्यात्म की आदतें , आपको ऊपर की तरफ ले जाती है। हम सनातनियों पर तीन ऋण हैं मातृ पितृ ऋण, देव ऋण और ऋषि ऋण। कलियुग में दुराचारी ही बढ़ते हैं, आप गलतफहमी में मत रहना, वो रसातल में जा रहा है। वृन्दावन (यू पी) से पधारी टीवी चैनालों और यू ट्यूब पर लाखों दर्शकों के दिलों पर राज करने वाले साध्वी कृष्णानंद जी महाराज ने शिव महापुराण कथा संग भजन प्रस्तुत कर श्रोताओं का अंतः दिल को छू लिया। पंडाल में जिससे पूछो बहन कृष्णानंद की तारीफ़ करते रहे। सुमन जालान ने मीडिया से कहा हम तो उनके दीवाने हो गए, भजन सुन सब कुछ भूल गए। वृन्दावन से पधारे आचार्य भास्करानंद जी महाराज के संग पधारे प्रकांड विद्वानों में प्रमुख हैं आचार्य अरविन्द मिश्रा, आचार्य शत्रुघ्न तिवारी, आचार्य विष्णु तिवाड़ी, आचार्य सन्तोष तिवारी तथ्य पंडित अशोक चतुर्वेदी आदि। साध्वी कृष्णानंद जी महाराज द्वारा प्रस्तुत भजनों को मनमोहक व आकर्षक बनाने में वाद्य तंत्रों और वादकों की अहम भूमिका है जिसे बखूबी निभाया संगीत में राजेश उपाध्याय, बांसुरी पर सोहन दास, बैंजो पार जितेन्द्र, ऑर्गन पर मुकुट, पैड पर योगेश ने। परिणाम सुरीली और मनभावन भजन लोगों ने सुनी। निकाली गई झांकियों की व्यवस्था वृन्दावन के परशुराम शर्मा ने की, जिससे आकर्षण बढ़ा। कथा प्रवचन समारोह के मुख्य यजमान शिवकुमार जालान और सरिता देवी थी। प्रमोद केडिया ने कहा विगत 06 जुलाई से चल रहे शिव महापुराण कथा कार्यक्रम का सीधा प्रसारण दिल्ली के साधना टीवी चैनल द्वारा किया गया और कार्यक्रम का प्रचार प्रसार वरिष्ठ पत्रकार डॉ अरविन्द वर्मा ने अपने वैशाली इलेक्ट्रोनिक न्यूज़ तथा देश के अन्य मीडिया के माध्यम से जन जन तक फैलाया जो अति प्रशंसनीय है। ओम प्रकाश चिरन्या ने भी डॉ वर्मा सहित तमाम मीडिया कर्मियों को साधुवाद दिया।

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