विश्व को नशामुक्त करने हेतु जुटे 30 देश

नशा मुक्त विश्व व दिव्यांग जनों से समानता के व्यवहार को लेकर हुआ महासम्मेलन

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विश्व को नशामुक्त करने हेतु जुटे 30 देश

नशा मुक्त विश्व व दिव्यांग जनों से समानता के व्यवहार को लेकर हुआ महासम्मेलन

इंटरनेशनल यूथ आइकॉन अवॉर्ड से सम्मानित हुए संपादक दिलशाद एस खान

ANA/S.Kumar

नई दिल्ली। विश्व को नशा मुक्त करके एवं दिव्यंगता के आधार पर सामाजिक भेदभाव को समाप्त करने के लिए काशियाना फाऊंडेशन वाराणसी की पहल पर आज 30 देश के प्रतिनिधियों ने नई दिल्ली स्थित ललित होटल में डी-30 कार्यक्रम में हिस्सा लिया। साथ ही इस दौरान डी-30 में 30 देशों के प्रतिनिधियों के सामने इंटरनेशनल यूथ आइकॉन अवार्ड 2023 से दै. मुंबई हलचल के संपादक दिलशाद एस. खान को सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अजय एल दुबे, समाजसेविक पूजा वर्मा, वरिष्ठ पत्रकार हरीश सिंह, समाजसेवक परवेज आलम उपस्थित थे। बता दें कि 30 देशों द्वारा सर्वसम्मति से पारित प्रस्ताव में कहा गया कि एक ऐसी मानवता पर आधारित विश्व की हमें परिकल्पना करनी है जहां सर्वे भवंतु नशा मुक्त: जहा सभी नशे से मुक्त हो तथा दिव्यांग के आधार पर अगर किसी का कोई अंग नहीं है कम है या काम नहीं कर रहा हो तो उसे भेदभाव न करके उसे समानता का अधिकार दिया जाए इस समानता के व्यवहार को लेकर नशामुक्त विश्व के निर्माण हेतु 30 देश के प्रतिनिधियों ने संधि पत्र पर हस्ताक्षर किए, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत गौतम जी ने कहा कि भारतीय संस्कृति शुरू से ही किसी भी प्रकार के असमानता का व्यवहार नहीं करती भारत में जो धर्म है और पथ हैं किसी ने भी नशे का समर्थन नहीं किया, वेदों उपनिषदों और पुराणों में नशा मुक्ति के लिए स्पष्ट निर्देश है तथा ऐसे व्यक्ति जो अपंग है अपाहिज है जिनके अंग पूर्ण नहीं उनके साथ कोई भी दया सहानुभूति नहीं बल्कि सामान्य का व्यवहार करने का उपदेश है चाहे बुद्ध धर्म हो चाहे जैन धर्म हो चाहे सिख धर्म हो सभी धर्म के गुरुओं ने एक ऐसे विश्व की परिकल्पना की है जिसमें नशे का कोई स्थान ना हो सामाजिक असमानता का कोई स्थान ना हो, हमारे यहां के सभी समाज सुधारकों ने इस प्रकार के उपदेश किए हैं कि कोई भी व्यक्ति नशे का शिकार ना हो किसी के साथ असमानता ना हो, प्रति दुनिया में एकमात्र देश है जहां दृष्टिहीन धृतराष्ट्र जैसे व्यक्ति को भी राजा बनाया गया, वर्तमान में हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की परिकल्पना एक परिवार एक पृथ्वी और एक भविष्य की है। कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए नेपाल से आई नेपाल की सांसद डॉ रेखा यादव ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत विश्व गुरु है और भारत के बताए गए रास्ते पर ही नेपाल चलता है नेपाल ने कभी भी नशे का समर्थन नहीं किया है नेपाल की धार्मिक परंपरा हो चाहे सामाजिक परंपरा हो कहीं भी नशा का कोई उल्लेख नहीं होता तथा किसी भी व्यक्ति के अंग ना होने पर उसे किसी भी प्रकार का अपमान या उपहास की भावना से नहीं देखा जाता है इस धरती पर सभी मानव समान है किसी प्रकार का कोई भेदभाव नहीं है और हम सब मिलकर विश्व बंधुत्व की भावना से सर्वे मनुष्य: सहोदरा हम सब आपस में भाई-भाई हैं और हम ऐसे समाज का निर्माण करेंगे ऐसे विश्व का निर्माण करेंगे किसी भी चिंतन का आधार मानवता हो, जो नशा मुक्त हो, उन्होने भारत नेपाल संबंधों की चर्चा करते हुए कहा कि भारत और नेपाल का रोटी बेटी का संबंध है, हमारा धर्म संस्कृति एक है इस अभियान में भारत नेपाल मिलकर काम करेगे। मैं पद्मश्री अवार्ड और मेजर ध्यानचंद पुरस्कार प्राप्त अंतरराष्ट्रीय पहला खिलाड़ी डॉ दीपा मलिक ने कहा कि, धीरे-धीरे खेल में भी नशे का प्रयोग बढ़ता जा रहा है जिससे खिलाड़ियों की खेल क्षमता प्रभावित हो रही है, बैंक हर क्षेत्र में नशे के व्यापक प्रभाव को रेखांकित करते हुऐ कहां की नशे से मुक्ति पाना ही भारत को विश्व गुरु बनाने का मार्ग प्रशस्त करेगा उन्होंने दिव्यंका की चर्चा करते हुए कहा कि भारत में अब दिव्यांग असहाय और समर्थ नहीं है उन्हें समानता अधिकार देकर माननीय प्रधानमंत्री जी ने उन्हें अवसर उपलब्ध कराया है जिसका दिव्यांग पूरी तरह से उपयोग कर रहे हैं। नार्थ ईस्ट से आए समाजिक कार्यकर्ता देवब्रत पाठक ने कहा कि नाश मुक्ति व दिव्यांगत के अभियान को प्रभावी बनाने हेतु समाजिक शक्तियों का एकीकरण आवाश्यक है। भारत सरकार के दिव्यांग विभाग के पूर्व सलाहकार दिव्यांग बंधु डाक्टर उत्तम ओझा ने कहा कि का दिव्यांगता का नशे से सीधा संबंध है आज देश में दिव्यांगता को बढ़ाने में नशे का बहुत बड़ा योगदान है चाहे शारीरिक दिव्यांगता हो या मानसिक नशे के कारण बढ़ रही है नशे पर प्रभावी रोक लगाकर हम दिव्यांगता को कम कर सकते हैं। आर आर केबल के निदेशक सुमीत काबरा ने अपने विचार रखते हुए कहा की युवा पीढ़ी को नशे से बचाना अति आवश्यक है, यह काम हम परिवार समाज के सहयोग से कर सकते हैं रुसान फार्मा के निदेशक नवीन श्रीवास्तव ने पुरी दुनिया में नशे की वर्तमान स्थिति पर अपना शोध पत्र प्रस्तुत किया, नशा मुक्त विश्व बनाने की परिकल्पना प्रस्तुत की। सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय मेरठ के कुलपति प्रोफेसर के के सिंह ने सोशल मीडिया के उपयोग की चर्चा करते हुए अधिक से अधिक जन जागरूकता फैलाने में सोशल मीडिया के भूमिका को प्रभावी बताया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता पूर्व पार्टी उपाध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी श्याम जाजू जी ने कहा कि भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नशे के षड्यंत्र का शिकार बनाया जा रहा है। अंतराष्ट्रीय स्तर पर एक योजना के तहत नशा उपलब्ध कराकर भारत को कमजोर करने का कार्य किया जा रहा है, नशा और दिव्यांग एक दूसरे से जुड़े विषय हैं आज भारत को जहां नशा मुक्त करने का प्रधानमंत्री जी ने संकल्प लिया है तो वही दिव्यांगों को मान सम्मान में पद प्रतिष्ठा दिया कर उनको राष्ट्र की मुख्य धारा में सम्मिलित करने का कार्य किया है। कार्यक्रम का संचालन काशियाना फाउंडेशन के अध्यक्ष सुमित सिंह जी और देविका मलिक ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन आशीष गुप्ता जी ने दिया,संस्था की टीम में आशीष, धनंजय, दुर्गेश, सुधांशु, आकाश, ऋतिक, बृजेश, कासिम आदि लोग उपस्थित रहे।

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