वरिष्ठ पत्रकार प्रभात सुमन ने आखिर क्यों लिखी केन्द्रीय वित्त मंत्री, नई दिल्ली को पत्र ?

पत्रकार प्रभात सुमन द्वारा वित्त मंत्री  को प्रेषित पत्र हुबहू प्रस्तुत

[responsivevoice_button voice="Hindi Female"]
Listen to this article

वरिष्ठ पत्रकार प्रभात सुमन ने आखिर क्यों लिखी केन्द्रीय वित्त मंत्री, नई दिल्ली को पत्र ?

पत्रकार प्रभात सुमन द्वारा वित्त मंत्री  को प्रेषित पत्र हुबहू प्रस्तुत

ANA/Arvind Verma

खगड़िया (बिहार)। ज़िला मुख्यालय स्थित वरिष्ठ पत्रकार प्रभात सुमन ने केन्द्रीय वित्त मंत्री को पत्र लिख सुनाई व्यथा कथा, जिसे जान आप भी चौंक जाएंगे। जब एक जाने माने पत्रकार के साथ ऐसा व्यवहार हो सकता है तो आम पब्लिक के साथ कर्मियों का व्यवहार कैसा रहता होगा, अंदाजा लगाया जा सकता है। देश विदेश के तमाम सुधि पाठकों की जानकारी के लिए पत्रकार प्रभात सुमन द्वारा वित्त मंत्री को भेजी गई पत्र हुबहू आपके समक्ष प्रस्तुत की जा रही है ताकि आप भी सहयोग करें।

सेवा में,
माननीय वित्त मंत्री महोदय
भारत सरकार, नई दिल्ली

प्रसंग:- खगड़िया ( बिहार) के हीरो ऑटोमोबाइल एजेंसी से सम्बद्ध हीरो फिनकॉर्प लि. द्वारा मासिक किश्त पर बाईक और पर्सनल ऋण के ऐवज में कंपनी द्वारा अनावश्यक परेशान किए जाने के संबंध में,
—————————————————

सर,
विनम्रतापूर्वक प्रसंगवश कहना है कि खगड़िया ( बिहार) मुख्यालय में विगत करीब 40 वर्षों से आर्थिक परेशानी को झेलते हुए किराए के मकान में रहकर दैनिक आज और आकाशवाणी संवाददाता के रूप में सम्मानपूर्वक अपने दायित्व का निर्वाहन कर रहा हूं।
* कोरोना काल मे 16 अक्टूबर 2020 को मुख्यालय के हीरो ऑटोमोबाइल एजेंसी से करीब आधी राशि भुगतान कर 3306 रुपये के मासिक किश्त पर एक बाइक ली थी, जिसका हजारों रुपए फाईन दिए जाने के साथ नियमित भुगतान कर रहा था।
* आर्थिक परेशानी की वजह से फाइनेंस करने वाली कंपनी हीरो फिनकॉर्प लि. से ही 12 जुलाई 2021 को 1 लाख 10 हजार 481 रुपये पर्सनल ऋण लिया। लेकिन इस ऋण को देते समय कंपनी के कर्मियों द्वारा न ही कोई कागजात दिया गया और न ही मेरे बैंक एकाउंट में आय के स्रोत पर कोई आपत्ति ही व्यक्त की गई। आवश्यक प्रक्रिया के कुछ घंटे के अंदर ही मेरे एकाउंट पर उक्त राशि भेज दी गई। और बताया गया कि पर्सनल ऋण मद में 6427 रुपये मासिक किश्त देना होगा।
* मेरे एकाउंट में मानदेय के रूप में प्रतिमाह 7 से 8 हजार रुपये आते हैं, वह भी अनियमित रूप से। ऐसी स्थिति में कुल 9733 रुपये प्रतिमाह दिया जाना किसी भी स्थिति में संभव ही नहीं था।
* हीरो फिनकॉर्प लि. से जुड़े लोगों द्वारा लाखों रुपये ब्याज के साथ वसूलने के साथ साथ केश मुकदमे में उलझाने की लगातार धमकी भी दी जाती रही। लेकिन मेरी मंशा किश्त की राशि नहीं देने की कभी नहीं रही।
* बाईक मद में बीते अप्रैल 2023 माह में लगभग किश्त पूरा कर दिए जाने के बाद लगातार संबंधित एजेंसी के कर्मियों से एनओसी की मांग कर रहा हूं, लेकिन नहीं दिया जा रहा है।
* आर्थिक परेशानी के बाबजूद पर्सनल ऋण ( 1,10,481) मद में भी 32 हजार 135 रुपए पांच किश्तों में भुगतान कर चुका हूं। बिना मेरे आय के स्रोत को जाने, पड़ताल किए बगैर पर्सनल ऋण स्वीकृत किए जाने से पिछले दो वर्षों से मेरा बैंक एकाउंट शून्य पर जा रहा है और अब तक दस हजार से अधिक फ़ाईन भी कट चुके हैं। हमने एजेंसी से जुड़े कथित कर्मियों से वर्ष 2024 में पर्सनल ऋण मद में पूर्ण भुगतान करने की बात कही भी थी। बाबजूद कंपनी से जुड़े लोगों द्वारा कानूनी कार्रवाई कर आर्थिक, मानसिक और शारीरिक रूप से परेशान करने की कोशिश की जा रही है।
अनुरोध है कि इस संबंध में अपने स्तर से न्यायोचित कार्रवाई करते हुए न्याय दिए जाने की दिशा में कार्रवाई करने की कृपा करेंगे। अन्यथा अपना पक्ष रखने के लिए सक्षम न्यायालय की शरण मे जाने के लिए विवश होना पड़ेगा।

विश्वासभाजन

( प्रभात सुमन )
पत्रकार
चित्रगुप्त नगर
खगड़िया ( बिहार)
मो. 9431455473

 

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें

विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)

The specified carousel id does not exist.


स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे
Donate Now
               
हमारे  नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम अलर्ट , और सभी खबरें डाउनलोड करें
डाउनलोड करें

जवाब जरूर दे 

How Is My Site?

View Results

Loading ... Loading ...


Related Articles

Back to top button
Close
Website Design By Bootalpha.com +91 84482 65129