मुहर्रम मेला का विधायक ने किया उद्घाटन, अखाड़ा खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाया

[responsivevoice_button voice="Hindi Female"]
Listen to this article

मुहर्रम मेला का विधायक ने किया उद्घाटन, अखाड़ा खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाया

ANA/S.K.Verma

खगड़िया । इस प्रखण्ड के माड़र दक्षिणी पंचायत अंतर्गत रणखेत मैदान में शहीद जगदेवनगर,सौहरी, मधुरा, रसौंक, सबलपुर,माड़र मोकामी, पुरबिया मुहल्ला,माड़र इस्लामाबाद, जलालनगर, मेहसौरी,गौड़ाशक्ति हरदासचक व रांको आखारा के खिलाडियों के द्वारा आकर्षक प्रदर्शन करते हुए ताजिया लाया गया। जहां मुहर्रम मेला का उद्घाटन सदर विधायक पूनम देवी यादव ने किया। अपने उद्घाटन भाषण के दौरान विधायक पूनम देवी यादव ने कहा है कि इस त्याग और वलिदान का त्यौहार में आप सबके रणवीर-पूनम साथ साथ रहे हैं।आप मुसलमान भाईयों के खातिर हम जान की बाजी भी लगा सकते हैं ।आपके हर दुःख-सुख के साथी बनकर हम ससम्मान विकास का काम करते आये हैं ।

उद्घाटन करने के बाद अवाम को संबोधित करते विधायक पूनम देवी यादव, अरुण वर्मा,राकेश शास्त्रीव अन्य

विधायक पूनम देवी यादव ने कहा कि मुहर्रम पैगंबर मोहम्मद साहब के नवासे इमाम हुसैन और उनके साथियों की शहादत की याद में मनाया जाता है। इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक मुहर्रम हिजरी संवत का प्रथम मास है। इस्लाम धर्म में मुहर्रम एक प्रमुख त्योहार माना जाता है। इस पूरे 10 दिन इमाम हुसैन का शोक मनाया जाता है। दरअसल इसी महीने में पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब मुस्तफा सल्लाहो अलैह और आलही वसल्लम ने पवित्र मक्का से पवित्र नगर मदीना में हिजरत किया था। मोहर्रम में कई लोग रोजा रखते हैं। पैगंबर मोहम्मद साहब के नाती की शहादत और कर्बला के शहीदों ने इस्लाम धर्म को नया जीवन प्रदान किया था। पैगंबर मोहम्मद के खानदान के एकलौते चिराग इमाम हुसैन, जो झुकने को बिल्कुल भी तैयार नहीं थे। इस कारण साल 61 हिजरी से यजीद के अत्याचार बढ़ने लगे। ऐसे में वहां के बादशाह इमाम हुसैन अपने परिवार के साथ मदीना से इराक के शहर कूफा जाने लगे। लेकिन रास्ते में यजीद की फौज ने कर्बला के रेगिस्तान पर इमाम हुसैन के काफिले को रोक दिया वह 2 मुहर्रम का दिन था जब हुसैन का काफिला कर्बला के तपते रेगिस्तान पर रुका । वहां पानी का एकमात्र जरिया फराच नदी जिस पर यजीद की फौज ने 6 मुहर्रम से हुसैन के काफिले पर पानी के लिए रोक लगा दी थी। बावजूद इसके इमाम हुसैन झुके नहीं और आखिर में युद्ध का ऐलान हो गया। कहा जाता है कि अजीत की 80 हजार फौज के आगे हुसैन के 72 बहादुरों ने जिस तरीके से लड़ाई लड़ी थी; उसकी मिसाल खुद दुश्मन फौज के सिपाही एक दूसरे को देते थे। हुसैन ने अपने नाना और पिता द्वारा सिखाए गए सदाचार से सब पर विजय प्राप्त कर ली। दसवें मोहर्रम के दिन तक हुसैन अपने भाइयों और अपने साथियों के शवों को दफनाते रहे और और अंत में अकेले युद्ध किया फिर भी दुश्मन उन्हें मार नहीं सका। एक बार अस्र की नमाज के दौरान जब इमाम हुसैन सजदा कर रहे थे तब एक यजीदी को लगा कि यही सही मौका है हुसैन को मारने का तो उसने हुसैन को शहीद कर दिया। तभी से मुहर्रम मनाया जाता है।

इस अवसर पर अभियान एस पी राज कुमार राज, अनुमंडल पदाधिकारी धर्मेन्द्र कुमार, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी आलोक रंजन, बिहार नगर कल्याण परिषद के अध्यक्ष व वरिष्ठ पत्रकार अरुण कुमार वर्मा, आचार्य राकेश पासवान शास्त्री, पुलिस इन्सपेक्टर बासुकी नाथ झा, मौरकाही थाना अध्यक्ष राजीव रंजन , मनीष कुमार यादव, कुंदन कुमार यादव, इंजीनियर कयामुद्दीन , मोहम्मद वासिद अली, मोहम्मद मजहर अली मुखिया, मोहम्मद इसराइल मोहम्मद अबरारूल हक अकबर , अख्तर, मोहम्मद बच्चू, मोहम्मद वली, मोहम्मद चांद आलम, फारुख, शमीम, पप्पू , हारून, इमरान, जाफर आलम खालिद पूर्व मुखिया, क्रांति उत्तर माड़र के मुखिया मोहम्मद मेराज मुर्तजा, मोहम्मद ने हाल, फुरकान, मोहम्मद शाहिद, मोहम्मद सलाउद्दीन, मोहम्मद शमशाद, मोहम्मद सोहेल अहमद,  मोहम्मद तौकीर ,  मोहम्मद इसराइल व भारी संख्या में पुलिस बल आदि उपस्थित थे।

https://mobile.twitter.com/NewsVaishali/status/1171420067256356871

https://mobile.twitter.com/NewsVaishali/status/1171419425448218626

https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=757139131405227&id=489126934873116&ref=bookmarks

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें

विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)

The specified carousel id does not exist.


स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे
Donate Now
               
हमारे  नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम अलर्ट , और सभी खबरें डाउनलोड करें
डाउनलोड करें

जवाब जरूर दे 

How Is My Site?

View Results

Loading ... Loading ...


Related Articles

Back to top button
Close
Website Design By Bootalpha.com +91 84482 65129