अब, नहीं रहे पूर्व मुख्य मंत्री व फरकिया के लाल सतीश सिंह, क्षेत्र में शोक की लहर

[responsivevoice_button voice="Hindi Female"]
Listen to this article

अब, नहीं रहे बिहार के पूर्व मुख्य मंत्री व फरकिया के लाल सतीश सिंह, क्षेत्र में शोक की लहर

फिल्म ” जोगी और जवानी ” के नायक की भूमिका भी निभाए थे सतीश सिंह

ANA/Arvind Verma

खगड़िया। बिहार के पूर्वमुख्यमंत्री व फिल्म “जोगी और जवानी” के नायक सतीश प्रसाद सिंह का निधन सोमवार को दिल्ली के एक अस्पताल में हो गया।जिले के परबत्ता प्रखंड अंतर्गत सौढ़ उत्तरी पंचायत स्थित सतीश नगर गांव के रहने वाले थे। यह गांव उनके नाम पर ही सतीश नगर बसा है।सतीश प्रसाद सिंह के भतीजा व सौढ़ उत्तरी पंचायत के पूर्व मुखिया पृथ्वी चंद्र सिंह ने उनके निधन की जानकारी दी। सतीश प्रसाद सिंह परबत्ता विधानसभा से 1968 में पहली बार संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी की टिकट पर विजयी हुए। सतीश वाबू 32 वर्ष की उम्र में विधायक बने,तथा वे 28 जनवरी 1968 से एक फरवरी 1968 तक बिहार राज्‍य के मुख्यमंत्री भी रहे।1980 ई में खगड़िया लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस के सांसद भी रहे। उनका जन्म एक जनवरी 1936 को हुआ था और दो नवम्बर 2020 को उनका निधन हो गया।बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री सतीश प्रसाद सिंह का निधन सोमवार को दिल्ली के एक अस्पताल में हो गया।वहीं खगड़िया जिले के परबत्ता प्रखंड अंतर्गत सौढ़ उत्तरी पंचायत स्थित सतीश नगर गांव के रहने वाले थे। यह गांव उनके नाम पर ही बसा है।सतीश प्रसाद सिंह के भतीजा व सौढ़ उत्तरी पंचायत के पूर्व मुखिया पृथ्वी चंद्र सिंह ने उनके निधन की जानकारी दी।सतीश प्रसाद सिंह परबत्ता विधानसभा से 1968 में पहली बार संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी की टिकट पर विजयी हुए। वे मात्र 32 वर्ष की उम्र में विधायक बने। वे 28 जनवरी 1968 से एक फरवरी 1968 तक बिहार राज्‍य के मुख्यमंत्री भी रहे। 1980 ई में खगड़िया लोकसभा से कांग्रेस के सांसद भी रहे। उनका जन्म एक जनवरी 1936 को हुआ था। दो नवम्बर 2020 को उनका निधन हो गया।उनकी प्रारंभिक शिक्षा प्राथमिक विद्यालय परवत्ता प्रखंड के कोरचक्का में हुई थी। जबकि मैट्रिक और स्नातक की शिक्षा उन्होंने मुंगेर से ग्रहण की। आरडी एंड डीजे कॉलेज मुंगेर से उन्होंने स्नातक किया। जब कोरचक्का गांव गंगा कटाव में विलीन हुआ, तो 1976 ईस्वी में सतीश नगर गांव बसा। संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी के नेता सतीश प्रसाद सिंह को सुबे का मुख्यमंत्री बनाया गया। हालांकि, वो भी महज 5 दिन ही सीएम की कुर्सी पर रह सके। उनके बाद में बीपी मंडल को बिहार का मुख्यमंत्री बनाया गया लेकिन वो भी महज 31 दिन ही सीएम की कुर्सी संभाल सके। बताते चलें कि सतीश प्रसाद सिंह 1980 में कांग्रेस पार्टी के टिकट पर बिहार के खगड़िया सीट से 7वीं लोकसभा के लिए चुने गए थे।कांग्रेस से सांसद चुने गए, कुछ समय तक बीजेपी में भी रहे।सतीश प्रसाद सिंह कुछ समय तक बीजेपी में भी रहे। 22 सितंबर 2013 में उन्होंने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की थी। हालांकि, उन्होंने लोकसभा चुनाव के दौरान कुशवाहा समुदाय को उचित प्रतिनिधित्व नहीं मिलने का आरोप लगाते हुए विरोध स्वरूप बीजेपी से इस्तीफा दे दिया था।खगड़िया लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस(ज)से भी चुनाव लड़े परन्तु सफलता नहीं मिली।जबकि जगजीवन राम का अंतिम भाषण जेएनकेटी मैदान में हुआ था।

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें

विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)

The specified carousel id does not exist.


स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे
Donate Now
               
हमारे  नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम अलर्ट , और सभी खबरें डाउनलोड करें
डाउनलोड करें

जवाब जरूर दे 

How Is My Site?

View Results

Loading ... Loading ...


Related Articles

Back to top button
Close
Website Design By Bootalpha.com +91 84482 65129