बचपन के बच्चों ने दादा दादी से लिया भरपूर आशीर्वाद, ग्रैंड पैरेंट्स डे पर केक काट मनाया समारोह

दादा दादी से मिला आशीर्वाद विरासत में मिली संपत्ति - पुष्पा कुमारी, एम डी

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बचपन के बच्चों ने दादा दादी से लिया भरपूर आशीर्वाद, ग्रैंड पैरेंट्स डे पर केक काट मनाया समारोह

दादा दादी से मिला आशीर्वाद विरासत में मिली संपत्ति – पुष्पा कुमारी, एम डी

ANA/Indu Prabha

खगड़िया। बचपन प्ले स्कूल खगड़िया में ग्रैंडपेरेंट्स दिवस मनाया गया। आज की व्यस्त जीवन शैली में माता-पिता बड़ी मुश्किल से अपने बच्चों के लिए समय निकाल पाते हैं ऐसे में हुए दादा-दादी ही होते हैं जो अपने नाती पोतो की देखभाल के लिए हमेशा मौजूद रहते हैं।इस तरह दादा और उनके नाती पोते के बीच माधुर्यपूर्ण रिश्ता विकसित हो जाए तो निश्चित रूप से कई बुजुर्गों को ओल्ड एज होम में जाने की जरूरत नहीं होगी ।यह अपनी समृद्ध संस्कृति मूल्यों को बनाने में बड़ा सहायक होगा। हमारे दादा दादी नाना नानी हमारी संस्कृति और परंपराओं को आगे तक ले जाने एवं हम तक पहुंचाने का कार्य करते हैं।दादा दादी नाना नानी घर के मुख्य और अहम सदस्य होते हैं जो हमारे पालकों के माता-पिता और घर के मुखिया होते हैं।दादा-दादी हमारे घर के रौनक होते हैं । इसी को ध्यान में रखते हुए बचपन प्ले स्कूल खगड़िया ने अपने परिसर में ग्रैंड पैरेंट्स डे आयोजित किया। स्कूल की मैनेजिंग डायरेक्टर पुष्पा कुमारी ने कहा कि दादा दादी से जीवन की सिख और जो लाड़-दुलार मिलता है, उसे आप विरासत में मिलने वाली संपत्ति कर सकते हैं।क्योंकि इसके बाद आपको दुनिया में ऐसे समझने और प्यार करने वाले व्यक्ति नहीं मिलते हैं।मैं बस इतना ही कहना चाहती हूं कि हमें अपने बुजुर्गों को प्यार और मान सम्मान देना चाहिए। ग्रैंडपेरेंट्स दिवस मनाने के पीछे हमारा मुख्य उद्देश्य यही होता है कि बुजुर्ग लोगों के प्रति बच्चों में सम्मान की भावना विकसित हो। अधिकांश बच्चों के जीवन में दादा-दादी द्वारा सुनाई गई शिक्षाप्रद कहानियां का गहरा असर पड़ता है जब दादा दादी नाना नानी जी उनके साथ खेलते और उन्हें महत्वपूर्ण बातें बताते हैं तब वही ज्ञान उनके जीवन में आगे चलकर उनको अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में सहायक होते हैं। बच्चों ने यहां अपने दादा-दादी नाना नानी को चंदन लगाकर के उनके पैर पर फूल रखकर के उनसे आशीर्वाद लिया। यहां ग्रैंडपेरेंट्स के लिए आकर्षक खेल का भी आयोजन किया गया जिसमें उन्होंने भाग लिया और उन्हें खेल में बड़ा मजा आया। स्कूल के डायरेक्टर प्रद्युम्न कुमार ने कहा की बुजुर्ग लोग बरगद के उसे विशाल वृक्ष के समान होते हैं जो जीवन में कई तरह उतार चढ़ाव के गवाह होते हैं।वह हमेशा सूरज की तेज धूप से आपको छाह प्रदान करते हैं,और जब तब आपके लिए प्रस्तुत रहते हैं।आज व्यस्त जीवन शैली और संवेदनाओं के अभाव में जहां बुजुर्ग लोग कई तरह के बुढ़ापे की समस्या से गिरे हैं।वह अकेले और उपेक्षित जीवन जी रहे हैं।इस बदलते तरीके से बचपन स्कूल चिंतित है और इसलिए हमने अपने विद्यालय परिसर में ग्रैंड पैरेंट्स डे का आयोजन किया ताकि हमारे बच्चे बुजुर्गों का सम्मान करें और एक सकारात्मक संदेश लोगों के बीच पहुंचे। अंत में ग्रैंडपेरेंट्स( दादा दादी नाना नानी) के द्वारा केक काटकर एक दूसरे को के खिलाकर के हैप्पी ग्रैंड पैरेंट्स डे बोल करके शुभकामना दी गई और सभी बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना की गई। इस अवसर पर बचपन प्ले स्कूल की टीचर ने भी अपना रोल बखूबी निभाया उपस्थित लोगों ने कार्यक्रम को बहुत सराहा।

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