रघुवंश बाबू के नहीं रहने से देश की अपूर्णनीय क्षति – डॉ अरविन्द वर्मा

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रघुवंश बाबू के नहीं रहने से देश की अपूर्णनीय क्षति – डॉ अरविन्द वर्मा

बिहारी पॉवर ऑफ इंडिया ने दी भावभीनी श्रद्धांजलि

ANA/S.K.Verma

खगड़िया । बिहार के वरिष्ठ समाजवादी नेता, राष्ट्रीय जनता दल के थिंक टैंक कहा जाने वाले राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह का निधन हो गया। दिल्ली एम्स में उन्होंने आखिरी सांस ली। हाल ही में रघुवंश प्रसाद सिंह की तबीयत बिगड़ने के उन्हें दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया था। जहां शुक्रवार देर रात अचानक ही उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें वेटिंलेटर सपोर्ट पर रखा गया। डॉक्टर लगातार उनकी सेहत की निगरानी कर रहे थे लेकिन तबीयत लगातार बिगड़ रही थी। इस बीच रविवार को उनका निधन हो गया। पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह की पहचान बिहार के कद्दावर नेता के तौर पर होती थी। हाल ही अचानक तबीयत बिगड़ने की वजह से दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था। दिल्ली एम्स में शिफ्ट कराए जाने के बाद गुरुवार को रघुवंश प्रसाद सिंह ने आरजेडी मुखिया लालू प्रसाद यादव के नाम एक पत्र लिखा। जिसमें उन्होंने आरजेडी छोड़ने का ऐलान किया था। हालांकि, उनके आरजेडी से इस्तीफे को लालू यादव ने पत्र लिखकर नामंजूर कर दिया था। साथ ही उन्हें मनाने की कोशिश करते हुए कहा था कि वो कहीं नहीं जा रहे। अब रघुवंश प्रसाद सिंह के निधन की खबर से लालू प्रसाद यादव बेहद दुखी हैं। उन्होंने ट्वीट करके कहा, ‘प्रिय रघुवंश बाबू! ये आपने क्या किया? मैंने परसों ही आपसे कहा था आप कहीं नहीं जा रहे हैं। लेकिन आप इतनी दूर चले गए। नि:शब्द हूं। दुःखी हूं। बहुत याद आएंगे।’रघुवंश प्रसाद सिंह ने लालू यादव को चिट्ठी लिखकर आरजेडी से इस्तीफा देने के बाद बिहार के सीएम नीतीश कुमार को भी एक पत्र लिखा था। दिल्ली के एम्स से ही उन्होंने ये पत्र लिखा, इसमें उन्होंने तीन मांगें बिहार के सीएम से की थी। इधर बिहारी पॉवर ऑफ इंडिया के चेयरमैन डॉ अरविन्द वर्मा ने मरहूम रघुवंश प्रसाद सिंह को भावभीनी श्रद्धांजलि देते हुए कहा वे गरबों, वंचितों, किसानों व मजदूरों के मसीहा थे। उन्होंने है मनमोहन सिंह सरकार यू पी ए-1में केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री के रूप में मजदूरों के लिए हितकारी नरेगा योजना पूरे देश में लागू किया था जो आज भी मजदूरों को लाभ दे रहा है। वे बिहार में भी कर्पूरी ठाकुर सरकार में ऊर्जा मंत्री के रूप में लोगों की सेवा कर चुके थे। उनके स्वर्ग सिधार जाने से बिहार ही नहीं पूरे देश की अपूर्णनीय क्षति है,जिसकी भरपाई निकट भविष्य में संभव नहीं प्रतीत होता है।

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